नमस्कार दोस्तों, आज हम हिंदी व्याकरण में प्रयोग होने वाले "वचन" के बारे में सिखेंगे। वचन क्या है इसके कितने भेद होते हैं।
एकवचन और बहुवचन में क्या अंतर है। और जानेंगे क्यों जरुरी है सही वचन का प्रयोग करना।
वचन किसे कहते है? वचन के कितने प्रकार है?
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संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया के जिस रूप से संख्या का बोध हो, उसे ‘वचन‘ कहते है।
जैसे– तालाब में मछलियाँ तैर रही है। माली पौधे सींच रहा है।
वचन कितने प्रकार के होते है
वचन दो प्रकार के होते है :- 1. एकवचन, 2. बहुवचन
1. एकवचन किसे कहते है?
शब्दों के जिस रूप से एक वस्तु का बोध होता है, उसे एकवचन कहते है।
उदाहरण:- स्त्री, घोड़ा, नदी, रुपया, लड़का, माला, पुस्तक, टोपी, बंदर, मोर, गाय, सिपाही, बच्चा, कपड़ा, माता, आदि।
2. बहुवचन किसे कहते है?
शब्द के जिस रूप से एक से अधिक व्यक्ति या वस्तु होने का ज्ञान हो, उसे बहुवचन कहते है।
उदाहरण:- स्त्रियाँ, घोड़े, मालाएँ, माताएँ, पुस्तकें, वधुएँ, गुरुजन, रोटियाँ, लताएँ, बेटे, नदियाँ, रूपये, लड़के, गायें, कपड़े, टोपियाँ आदि।
विशेष : –
- आदरणीय व्यक्तियों के लिए सदैव बहुवचन का प्रयोग किया जाता है। जैसे: – पापाजी कल मुंबई जायेंगे।
- द्रव्यसूचक संज्ञायें एकवचन में प्रयोग होती है। जैसे: –पानी, तेल, घी, दूध आदि।
- संबद्ध दर्शाने वाली कुछ संज्ञायें एकवचन और बहुवचन में एक समान रहती है। जैसे: – ताई, मामा, दादा, नाना, चाचा आदि।
- कुछ शब्द सदैव बहुवचन में प्रयोग किये जाते है। जैसे: – दाम, दर्शन, प्राण, आँसू आदि।
- समान्यत: एक संख्या के लिए एकवचन और अनेक संख्याओं के लिए बहुवचन का प्रयोग होता है।
- कभी-कभी एक के लिए बहुवचन और अनेक के लिए एकवचन का प्रयोग होता है।