दिवाली पर निबंध (कक्षा 2-12) | 10 Lines on Diwali Essay in Hindi

Diwali Essay in Hindi

Diwali Essay in Hindi, 10 Lines on Diwali Essay in Hindi

हैलो दोस्तों, आज की ब्लॉग पोस्ट में हम भारत के प्रसिद्ध त्योहार ‘दिवाली‘ के बारे में जानेंगे। अगर आप कक्षा 2 से लेकर 12th तक के विधार्थी है तो ये पोस्ट आपके लिए ही है। पहले हमने दिवाली पर लंबा निबंध लिखा है जो 500 शब्दों का है। जिसे class 9th, 10th, 11th, 12th तक के विधार्थी अपनी परीक्षा में लिख सकते है। उसके बाद 150 words में दिवाली पर निबंध लिखा गया है जो कक्षा 2 से 8 तक उपयुक्त है।

दिवाली पर निबंध (कक्षा 9 से 12 के लिए 500 शब्दों में)

दिवाली को ‘दीपावली’ के नाम से भी जाना जाता है। ‘दीपावली‘ संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – दीप + आवली। ‘दीप’ का अर्थ होता है ‘दीपक’ तथा ‘आवली’ का अर्थ होता है ‘श्रृंखला’, जिसका मतलब हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति। दिवाली हिंदुओं का सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। आजकल भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सभी धर्मों के लोग इस दिन को बहुत खुशी और उत्साह से मानते है। परिवार से दूर रह रहे लोग भी आज के दिन घर वापिस आकार अपने परिवार, रिशतेदारों और दोस्तों के साथ बधाई और उपहार देकर इस त्योहार का आनंद लेते है।

दिवाली का त्योहार दशहरे से पूरे 20 दिन बाद कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। त्रेता युग में इसी दिन भगवान राम ने 14 वर्षों का वनवास पूरा करके तथा रावण का वध करके अपनी पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और हनुमान आदि सहित अयोध्या पहुंचे थे। अमावस्या का दिन होने की वजह से हर तरफ अंधेरा था। अयोध्या वासियों ने अपने प्रिय राजा राम के स्वागत में मिट्टी के दीये जलाकर और फूलों की माला से पूरी अयोध्या को सजाया था। इसीलिए इसे ‘दीपों का त्योहार’ कहा जाता है और यहीं से इस त्योहार की शुरुआत हुई।

दशहरे के बाद दिवाली के त्योहार की तैयारियाँ शुरू हो जाती है। लोग अपने घरों की साफ-सफाई करना शुरू कर देते है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार जो घर साफ-सुथरे होते है, दीपावली के दिन माँ लक्ष्मी उनके घर में विराजमान हो जाती है और अपने आशीर्वाद द्वारा पूरे परिवार की सुख-समृद्धि में वृद्धि करती है। दीपावली से पहले ही लोग अपने घरों को दीपों और विभिन्न तरह की लाइटों से सजाना शुरू कर देते है। दीपावली के दिन सभी घरों के आँगन में रंगों से तरह तरह की रंगोली बनाई जाती है।

Diwali Festival Essay in Hindi

दिवाली के दिन बाज़ार दुल्हन की तरह सजाये जाते है और लोगों की बड़ी चहल-पहल रहती है। लोग लक्ष्मी जी, गणेश जी और राम जी की मूर्तियाँ और तस्वीरें खरीदते है। दिवाली के अवसर पर लोग मिठाइयाँ, बर्तन और नए कपड़े खरीदते है। हिन्दू लोग शाम के समय माँ लक्ष्मी की पूजा करते है और माता से सुख-समृद्धि और परिवार कल्याण की कामना करते है। सभी भाई-बंधु और रिश्तेदार आपस में मिठाइयाँ बांटते है और मिलजुल कर दिवाली के इस पावन उत्सव को मानते है।

दिवाली के दिन कुछ लोग जुआ खेलते है, शराब पीते है जो उनकी सेहत और परिवार दोनों के लिए हानिकारक है। यदि दिवाली के दिन इन बुराइयों को ठीक किया जाये तो दिवाली का त्योहार सही में ‘शुभ दीपावली’ हो जाएगा।

दिवाली को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में जाना जाता है। दिवाली के दिन अपने अंदर के अंधकार को मिटाकर पूरे वातावरण को प्रकाशमय बनाने का त्योहार है। बच्चे इस दिन पटाखे खरीदते है और आतिशबाज़ी का आनंद लेते है। ध्यान रहे दिवाली का अर्थ दीप, प्रेम और सुख-समृद्धि से है। अत: पटाखों का प्रयोग सावधानी से अपने बड़ों की निगरानी में करना चाहिए। दिवाली का त्योहार सामाजिक और सांस्कृतिक सद्भाव का प्रतीक है। यह त्योहार हमें हमेशा आगे बढने की प्रेरणा देता है। दीपावली के कारण लोगों में आज भी सामाजिक एकता बनी हुई है। इसलिए दिवाली के दिन प्रेम और सौहार्द को बढ़ावा देने के प्रयत्न करने चाहिए।

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10 Lines on Diwali Essay in Hindi (कक्षा 1 से 8 के लिए दिवाली पर निबंध 150 शब्दों में)

  1. दीपावली को ‘दीपों का त्योहार’ कहा जाता है।
  2. दीपावली हिंदूओ का प्रमुख त्योहारों में से एक है।
  3. इस दिन भगवान् श्री राम 14 साल का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे, इसी ख़ुशी में दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
  4. दिवाली दशहरे से ठीक 20 दिन बाद कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है।
  5. यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
  6. दीपावली में सभी लोग अपने घरों में मिट्टी के दीये जलाते है अनेक प्रकार की रंग बिरंगी लाइटों से सजाते है।
  7. दिवाली के दिन लोग मिठाइयाँ बांटते है और पटाखे, फुलझड़ी, जला कर खुशियाँ मनाते है।
  8. दिवाली के अवसर पर बच्चे, बूढें व सभी लोग इस दिन नए कपडे पहनते है।
  9. दीपावली भारत की संस्कृति तथा परम्परा को दर्शाता है।
  10. दीवाली के दिन हिन्दू माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करते है।
Diwali Essay in Hindi 10 Lines
Diwali Essay in Hindi 10 Lines

दिवाली पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न उत्तर

दिवाली को ‘दीपावली’ के नाम से जाना जाता है।
'दीपावली' संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है – दीप + आवली। ‘दीप’ का अर्थ होता है ‘दीपक’ तथा ‘आवली’ का अर्थ होता है ‘श्रृंखला’, जिसका मतलब हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति।
दिवाली हिन्दू धर्म का लोकप्रिय त्योहार है। यह भारत की संस्कृति तथा परम्परा को दर्शाता है।
हिन्दू ग्रन्थों के अनुसार इस दिन भगवान राम 14 वर्षों के वनवास को खत्म करके तथा रावण का वध करके माता सीता और भाई लक्ष्मण सहित अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत में अयोध्या वासियों ने घी के दीये जला कर पूरी अयोध्या को प्रकाशित किया था। यहीं से दिवाली के त्योहार की शुरूआत हुई।
दिवाली दशहरे से ठीक 20 दिन बाद कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। यह अक्तूबर और नवम्बर महीने में मनाया जाता है।
दिवाली के दिन लोग घरों की साफ-सफाई करते है और घरों में मिट्टी के दीये, मोमबती और रंग बिरंगी लाइटों से सजाते है। बच्चे, बुढ़े नए कपड़े पहनते है, मिठाइयाँ बांटते है और पटाखे जलाकर खुशियाँ मानते है।
दीवाली के दिन हिन्दू माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करते है।